BA Semester-5 Paper-2 Physical Education - Kinesiology and Biomechanics in Sports - Hindi book by - Saral Prshnottar Group - बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी - सरल प्रश्नोत्तर समूह
लोगों की राय

बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी

बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2806
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

5 पाठक हैं

बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी - सरल प्रश्नोत्तर

अध्याय - 7

न्यूटन के गति के सिद्धान्त

(Newton's Laws of Motion)

प्रश्न- न्यूटन के गति विषय नियम की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

अथवा
न्यूटन के गति सम्बन्धी नियमों का सविस्तार उदाहरण सहित उल्लेख कीजिए। उनकी खेलों में क्या उपयोगिता है?
अथवा
न्यूटन के गति विषयक नियम को खेल के संदर्भ में समझाइये |
अथवा
गति विषयक नियम समझाइए। किसी क्रीड़ा गति को गति विषयक नियम के सन्र्दभ सहित समझाइए।

उत्तर -

न्यूटन के गति विषयक नियम

न्यूटन के गति विषयक नियमों का खेलों में तकनीक तथा कुशलता लाने के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि सभी खेलों में गति की आवश्यकता पड़ती है और ये नियम गति पर ही पूर्ण रूप से आधारित है। शारीरिक शिक्षा एवं खेल में शिक्षक, प्रशिक्षक एवं छात्रों को इसका ज्ञान गुरुमंत्र की तरह ध्यान रखना पड़ता है। सन् (1682-1727) सर इशाक न्यूटन ने गति के लिए तीन नियम दिये जो निम्नलिखित हैं-

1. न्यूटन का प्रथम नियम (जड़त्व का नियम ) - यदि कोई वस्तु विराम अवस्था में है तो वह विराम अवस्था में ही रहेगी और यदि वस्तु गतिमान अवस्था में है तो उसी दिशा में चलती रहेगी जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल उसकी वर्तमान अवस्था में परिवर्तन न करे। उपरोक्त के आधार पर जड़त्व को 2 भागों में बाँटा गया है- 

(1) आराम का जड़त्व
(2) गति का जड़त्व

न्यूटन के प्रथम नियम में निम्न समीकरण नीहित है- 

F = ma

F से तात्पर्य बल से हैं, m से तात्पर्य द्रव्यमान से है और a से तात्पर्य त्वरण से है उपरोक्त समीकरण के आधार पर हम कह सकते हैं कि यदि-

F = 0 तो a भी 0 होगा अर्थात् वस्तु विराम अवस्था में है और उस पर बल न लगे तो जड़त्व में भी कोई परिवर्तन नहीं आयेगा और अगर जरा-सा भी वस्तु पर बल लगे तो वस्तु उसी दिशा में उस बल के बराबर चलती रहेगी कहने का तात्पर्य यहाँ वस्तु गति अवस्था में आ जायेगी। उदाहरण के लिए फुटबॉल की गेंद मैदान में पड़ी हुई है तो वह वहीं पर रखी रहेगी और अगर उस पर किसी बल से ठोकर मारी जाये तो वह उस दिशा में बल के मुताबिक गति करेगी।

नोट - उपरोक्त उदाहरण में बॉल कुछ दूर जाकर रुक जायेगी क्योंकि इस पर प्रतिरोधक रूप से बाह्य बल जैसे गुरुत्वाकर्षण बल, घर्षण बल, वायु प्रतिरोध आदि लगेंगे।

2. न्यूटन का द्वितीय नियम (त्वरण का नियम ) - जब संतुलित संवेग बल किसी वस्तु पर लगाया जाता है तो उसमें संवेग उत्पन्न होता है जो संतुलित बल के समानुपाती होता है तथा बल की दिशा में होता है तथा वस्तु के व्युत्क्रमानुपाती होता है। सीधे शब्दों में संवेग बल के सीधे समानुपाती तथा वजन के उल्टे समानुपाती होता है तथा बल की दिशा में होता है दूसरे रूप में हम कह सकते हैं कि किसी पिंड या वस्तु का त्वरण पिंड का बाह्य बल के अनुक्रमानुपाती है। हम · जानते हैं कि बल = द्रव्यमान × त्वरण अर्थात् F = ma इस समीकरण से हम कह सकते हैं कि F = a अर्थात् लगाया गया बल त्वरण के अनुक्रमानुपाती होता है तथा F = 1/M अर्थात् त्वरण (जड़त्वीय) द्रव्यमान के व्युत्क्रमानुपाती होता है। यह नियम वजन, बल तथा संवेग के बीच सम्बन्ध दर्शाता है यह कई खेल दक्षताओं पर लागू होता है जैसे यदि खिलाड़ी शॉट पूट के गोले को तेजी के साथ फेंकना चाहता है या फिर क्रिकेट में खिलाड़ी गेंद को तेजी के साथ विकेट कीपर को वापिस करना चाहता है तब उसको ज्यादा बल लगाना होगा या फिर गोले को या क्रिकेट को गेंद का वजन कम करना होगा क्योंकि बल त्वरण के अनुक्रमानुपाती होता है। अर्थात् जितना अधिक बल होगा उतना ही त्वरण अधिक होगा और वस्तु जितनी भारी होगी उतना त्वरण कम होगा क्योंकि भार त्वरण के व्युत्क्रमानुपाती होता है।

3. न्यूटन का तृतीय नियम अथवा क्रिया प्रतिक्रिया का नियम – जब कोई वस्तु दूसरी वस्तु पर बल लगाती है तो दूसरी वस्तु भी पहली वस्तु पर उसी के बराबर व उतना विपरीत दिशा में बल लगाती है। इन दोनों बलों में से एक बल को क्रिया तथा दूसरी को प्रतिक्रिया कहते हैं। कहने का तत्पर्य प्रत्येक क्रिया के लिए बराबर तथा विपरीत प्रतिक्रिया होती है। प्रत्येक Action Force के लिए बराबर तथा प्रतिक्रिया बल होता है। जैसे—उदाहरण के लिए एक फर्राटा धावक जब स्टॉर्टिंग ब्लाक से स्टार्ट लेता है तो वह स्टार्टिं ब्लॉक को पीछे की तरफ धकेलता है तो ब्लॉक भी उसे विपरीत दिशा में उतने ही बल से पीछे फेंकता है। जैसे कि तैराकी में यदि खिलाड़ी अपना बल पीछे को लगाता है तो उसका शरीर आगे की तरफ गति करता है। खिलाड़ी जब दौड़ता है और जिस बल से जमीन को पीछे धकेलता है तब विपरीत प्रतिक्रिया बल खिलाड़ी को विपरीत दिशा में उसी बल के बराबर धकेलती है।

उदाहरण

(1) दौड़ने या कूदने में तल उतने एक समान बल से पीछे की ओर धकेलता है, जितने बल का उपयोग किया जाता है। इस प्रकार शरीर सामने की ओर बढ़ता है, यदि सतह ढीली होती है जैसे रेती सतह तो प्रतिरोधी बल का अधिकांश भाग बिखर जाता है, जिससे कि प्रायोग्य बल सीमित हो जाता है, तथा व्यक्ति को कम प्रणोदी बल मिलता है।

(2) यदि सतह फिसलने वाली या फिर पैर में पहनने वाले उपकरण उचित घर्षण उत्पन्न करने के लिए अपर्याप्त हो, परिणाम उपर्युक्त उदाहरण के समान होंगे।

(3) पोनी शरीर को कड़ी सतह की तुलना में कम प्रतिरोधी प्रदान करता है। इसीलिए कड़ी सतह की बजाय शरीर को प्राप्त प्रणोदी बल पानी में अधिक मिलता है।

...पीछे | आगे....

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

    अनुक्रम

  1. प्रश्न- किन्सियोलॉजी (Kinesiology) क्या है? इसके लक्ष्य एवं उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
  2. प्रश्न- पेशीय विज्ञान के सिद्धान्त एवं लाभ का वर्णन कीजिए।
  3. प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान से आप क्या समझते हैं? इसकी आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
  4. प्रश्न- किन्सियोलॉजी पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिये।
  5. प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में किनिसियोलॉजी की भूमिका स्पष्ट कीजिये।
  6. प्रश्न- पेशीय विज्ञान का शारीरिक शिक्षा में लाभ क्या है? स्पष्ट कीजिये।
  7. प्रश्न- पेशियों की भूमिका से क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
  8. प्रश्न- पेशीय विज्ञान (गतिविज्ञान) से क्या समझते हो? स्पष्ट कीजिये।
  9. प्रश्न- पेशियों का विकास किन सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर किया जाता है? प्रकाश डालिए।
  10. प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व का वर्णन कीजिए।
  11. प्रश्न- आधारभूत गतियों को विस्तार से स्पष्ट कीजिए।
  12. प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में गति के नियम व उनका शारीरिक क्रियाओं में उपयोग स्पष्ट कीजिए।
  13. प्रश्न- आधारीय गतियों को समझाइए।
  14. प्रश्न- गति विज्ञान के नियम का वर्णन कीजिए।
  15. प्रश्न- प्रतिक्रिया एवं संवेग के नियम का उल्लेख कीजिए।
  16. प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र व गुरुत्व रेखा पर टिप्पणी लिखिये।
  17. प्रश्न- अक्ष एवं तल पर टिप्पणी लिखिये ?
  18. प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं के उदाहरण के साथ परिभाषाएँ लिखिये। अथवा स्तर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  19. प्रश्न- अक्ष या धुरी पर टिप्पणी लिखिये।
  20. प्रश्न- अक्ष और तल में क्या संबंध है ? इनका उपयोग किसलिये होता है?
  21. प्रश्न- तल कितने प्रकार का होता है?
  22. प्रश्न- अक्ष को अन्य किस नाम से जानते हैं ? इसके प्रकार बताइए।
  23. प्रश्न- शरीर में पाये जाने वाली संधियों का सचित्र वर्णन कीजिए।
  24. प्रश्न- मांसपेशी से आप क्या समझते हैं? मांसपेशियों के प्रकार का वर्णन कीजिए।
  25. प्रश्न- अस्थि पिंजर पेशियों के वर्गीकरण का वर्णन कीजिए।
  26. प्रश्न- सारटोरिअस और क्वाड्रीसेप्स पेशियों पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
  27. प्रश्न- मानव शरीर की किन्हीं दो माँसपेशियों का चित्र बनाकर खेलों में उनकी कार्यप्रणाली को समझाइए।
  28. प्रश्न- सन्धियों की गति की संक्षिप्त विवेचना कीजिये।
  29. प्रश्न- स्थिर जोड़ तथा मामूली हिलन योग्य जोड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
  30. प्रश्न- पेशीय संकुचन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
  31. प्रश्न- डेल्टाइड पेशी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  32. प्रश्न- निम्नलिखित मांसपेशीय के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए -(i)बाईसेप्स, (ii)हैमस्ट्रिंग, (iii) गैस्ट्रोनोमिनिस।
  33. प्रश्न- मांसपेशी के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए।
  34. प्रश्न- माँसपेशीय संकुचन को वर्गीकृत कीजिये।
  35. प्रश्न- ऐच्छिक माँसपेशियों के महत्वपूर्ण तत्व और कार्यविधि का वर्णन कीजिये।
  36. प्रश्न- अनैच्छिक मांसपेशियों के प्रमुख तत्वों का वर्णन कीजिये।
  37. प्रश्न- हृदय के मुख्य तत्व कौन-से हैं ? इसके मुख्य कार्य संक्षेप में बताये।
  38. प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी में क्या अन्तर है ?
  39. प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी और हृदय पेशी में क्या अन्तर हैं स्पष्ट कीजिये ?
  40. प्रश्न- मानव शरीर का माँसपेशी सिस्टम क्या है ? इसका वर्गीकरण कीजिये।
  41. प्रश्न- ऊपरी अग्रांग ( Upper Extremity) से आप क्या समझते हैं ? संक्षिप्त व्याख्या कीजिये।
  42. प्रश्न- निचले अग्रांग की सम्पूर्ण शृखंला को समझाये। इसका विस्तार से उल्लेख कीजिये।
  43. प्रश्न- कन्धे के जोड़ (Shoulder Joints) से आप क्या समझते हैं ?
  44. प्रश्न- एल्बो ज्वाइंट (कोहनी के जोड़) से आपका क्या अभिप्राय है संक्षेप में बताये?
  45. प्रश्न- गर्दन की गतिविधियाँ संरचना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
  46. प्रश्न- मानव शरीर में धड़ का क्या महत्व है ?
  47. प्रश्न- कूल्हे का जोड़ (Hip Joint) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये-
  48. प्रश्न- घुटने के जोड़ की संरचना समझाये।
  49. प्रश्न- कुहनी के जोड़ से आपका क्या अभिप्राय है?
  50. प्रश्न- न्यूटन के गति विषय नियम की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
  51. प्रश्न- चाल के न्यूटन के सिद्धान्तों को समझाइए एवं उदाहरण सहित इन सिद्धान्तों की खेलकूद में उपयोगिता बताइए।
  52. प्रश्न- न्यूटन के गति के तीसरे नियम को उदाहरण सहित समझायें।
  53. प्रश्न- क्रिया-प्रतिक्रिया के नियम का उल्लेख कीजिए।
  54. प्रश्न- त्वरण के नियम सम्बन्धी सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
  55. प्रश्न- न्यूटन के प्रथम नियम (जड़त्व का नियम) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये
  56. प्रश्न- न्यूटन के गति के नियम से क्या अभिप्राय है ?
  57. प्रश्न- घर्षण का अर्थ और प्रकार का वर्णन कीजिये।
  58. प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं? खेल कौशल प्रदर्शित करते समय बल का प्रभावी उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है? उदाहरण सहित समझाइये।
  59. प्रश्न- घर्षण बल से आप क्या समझते हैं? खेलकूद में घर्षण के सिद्धान्तों का प्रयोग स्पष्ट कीजिए।
  60. प्रश्न- खेल खिलाड़ियों में बल और बल आघूर्ण के महत्त्व को बताइए।
  61. प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ? बल के प्रकारों की व्याख्या करते हुए खेलों में इसका प्रभावी उपभोग किस प्रकार किया जा सकता है ?
  62. प्रश्न- बल की परिभाषा दीजिए। बल के प्रभाव तथा स्त्रोतों का वर्णन कीजिए।
  63. प्रश्न- बल के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? बल के सामान्य सिद्धान्त की विवेचना कीजिए।
  64. प्रश्न- बल का मात्रक क्या है? उल्लेख कीजिए।
  65. प्रश्न- अभिकेन्द्रीय बल से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
  66. प्रश्न- अपकेन्द्रीय बल पर टिप्पणी लिखिये।
  67. प्रश्न- चुम्बकीय बल या दबाव के बल पर प्रकाश डालिए।
  68. प्रश्न- अपकेन्द्रित बल के सिद्धान्त का उल्लेख कीजिए।
  69. प्रश्न- उत्तोलक को परिभाषित करते हुए वर्गीकरण कीजिए और उचित उदाहरण की सहायता से खेल में इसके उचित उपयोग को बताइए।
  70. प्रश्न- उत्तोलन दण्ड की कृतियों की विवेचना कीजिए।
  71. प्रश्न- "मानव शरीर एक उत्तोलक के रूप में कार्य करता है "इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं?
  72. प्रश्न- लीवर की यांत्रिक सहायता पर टिप्पणी लिखिये।
  73. प्रश्न- खेल उपकरण का लीवर के रूप में उपयोग बताइये।
  74. प्रश्न- प्रथम श्रेणी के उत्तोलक की परिभाषा दीजिए।
  75. प्रश्न- उत्तोलक की भुजा व प्रकार लीजिए।
  76. प्रश्न- Ist क्लास लीवर और III rd क्लास लीवर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
  77. प्रश्न- उत्तोलक से क्या अभिप्राय है। यह कितने प्रकार का होता है ?
  78. प्रश्न- सरल मशीन से क्या अभिप्राय है? यह कितने प्रकार की होती हैं?
  79. प्रश्न- उत्तोलक (लीवर) का मानव शरीर में क्या प्रयोग है?
  80. प्रश्न- शुद्ध गतिकी में चाल, वेग, त्वरण, दूरी और विस्थापन को परिभाषित कीजिये
  81. प्रश्न- गतिकी से संबंधित प्रमुख तथ्य कौन-से हैं ?
  82. प्रश्न- आदिश और सदिश राशि से आप क्या समझते हैं ? दोनों में अन्तर बताये।
  83. प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं में त्वरण एवं संवेग को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।
  84. प्रश्न- निम्नलिखित में से किन्हीं दो के बारे में लिखिये। (i) त्वरण (ii) वेग
  85. प्रश्न- जीव यांत्रिकी के अर्थ और क्षेत्र का विस्तापूर्वक वर्णन कीजिए।
  86. प्रश्न- संवेग एवं त्वरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये। अथवा त्वरण पर टिप्पणी लिखिये।
  87. प्रश्न- खेलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन क्या है? स्पष्ट कीजिये।
  88. प्रश्न- द्रव्यमान एवं भार पर टिप्पणी लिखिये।
  89. प्रश्न- शुद्ध गतिकी से आप क्या समझते हैं ?
  90. प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में रेखीय वेग और कोणीय वेग से आप क्या समझते हैं ?
  91. प्रश्न- दूरी और विस्थापन में अन्तर बताये ?
  92. प्रश्न- चाल और वेग में क्या अन्तर है?
  93. प्रश्न- "विराम के जड़त्व के नियम से आप क्या समझते हैं ?
  94. प्रश्न- गति के जड़त्व से आप क्या समझते हैं ?
  95. प्रश्न- त्वरण के नियम से आपका क्या अभिप्राय है ? इसे अन्य किस नाम से जाना जाता है?
  96. प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में किसका अध्ययन किया जाता है ?
  97. प्रश्न- जैव- यांत्रिकी का क्षेत्र स्पष्ट कीजिए।
  98. प्रश्न- गतिज विज्ञान में सन्तुलन से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्त और प्रकारों का वर्णन कीजिये?
  99. प्रश्न- बल कितने प्रकार का होता है ? यह वस्तुओं को किस प्रकार प्रभावित करता है ?
  100. प्रश्न- गति विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिये।
  101. प्रश्न- पेशीय गति विज्ञान का शारीरिक शिक्षा एवं खेल में महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
  102. प्रश्न- ऊर्जा किसे कहते हैं ? ऊर्जा के प्रकार बतायें।
  103. प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र से क्या अभिप्राय है ?
  104. प्रश्न- मानव शरीर में गुरुत्व केन्द्र पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
  105. प्रश्न- खेलों में गुरुत्व केन्द्र की क्या आवश्कता है ?
  106. प्रश्न- बल और संवेग में क्या अन्तर है ?
  107. प्रश्न- सन्तुलित बल और असन्तुलित बल में क्या अन्तर है ?
  108. प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) के अन्तर्गत प्रमुख रूप से किसका अध्ययन किया जाता है?
  109. प्रश्न- 'कोणीय चाल' और 'कोणीय वेग' पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
  110. प्रश्न- कोणीय त्वरण क्या है ? इसका सूत्र का उल्लेख कीजिये ?
  111. प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) से आप क्या समझते हैं?
  112. प्रश्न- रेखित गति से आपका क्या अभिप्राय है ?
  113. प्रश्न- कोणीय संवेग क्या है ?
  114. प्रश्न- द्रव्यमान (Mass) से आप क्या समझते हैं?
  115. प्रश्न- वजन (Weight) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
  116. प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ?
  117. प्रश्न- गति से आपका क्या अभिप्राय है?
  118. प्रश्न- दबाव से आप क्या समझते हैं?
  119. प्रश्न- (Kinetics) और (Kinematics) में क्या अन्तर हैं ? स्पष्ट कीजिये ?
  120. प्रश्न- गति विज्ञान के नियम बताइए।

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book